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एक खत भाई को

शीर्षक - एक खत भाई को 

तुमको पता है भाई
एक साल बीतने को है
जख्म अभी भी भरा नहीं कभी भरेंगा भी नहीं
दिमाग सब समझता है
बीता वक्त वापिस नहीं आयेगा
परंतु  इस पापी दिल को कुछ समझ में नहीं आता है
 वो हर खुशी और गम में तुमको याद करता है
 क्योंकि तुम दिल में हो और दिल जब तलक धड़कता रहेगा तुम याद आते रहोगे
कभी कभी बहुत ज्यादा नाराजगी खुद से भी होती है
 ऐसा समय आ कैसे गया हो कैसे गया एक बार कुछ कहा तो  होता पर फिर हो सकता है 
कुछ कहना चाहते हो पर कह ना सके या कहा तो हम समझ ना सके यह प्रश्नोत्तर दिमाग को झकड लेते हैं
अक्सर जब भी घर जाना होता है तब तक तो सब ठीक रहता है जैसे ही तुम्हारे घर तरफ नजर जाती है यहीं सब बातें यादें दिमाग को जकड़ लेतीं हैं फिर ना जाने क्यों लगता है तुम्हारा तुरंत काॅल आयेगा, 
आओ भाई कही चलते हैं घूमते हैं चर्चा करते हैं
तुम ही तो कहते हो ना कि भाई तुम कुछ करते क्यों नहीं हो तुम आगे बढ़ो अच्छा लगता है, भाई कसम से जिस दिन रफ्तार भाई जी के साथ शो किया था उस समय यही दिल बोल रहा था भाई यह शो तेरे लिए है आने वाले हर सुनहरे पल तुम्हारे लिए पर तुम साथ नहीं कही दूसरे देश प्रदेश पता नहीं कौन सी आकाश गंगा में हो, ना जाने कितनी बार तुमको याद कर हिमाचल में अकेले ही हवा से बातें कर कर नाच लेता था महसूस करने की कोशिश करता रहता हूँ कि तुम साथ हो यही आस पास हो सब देख रहे हों दुनिया की बातें सब कुछ बस गले लगाकर यह बैचैनी को समाप्त नहीं कर पा रहे हो
जब जब भावनाओं में बह जाता हूँ तो खुद को सम्भालना मुश्किल पड़ जाता है, शायद तब यह आखों से निकलती जल धारा सब कुछ कह जाती है मेरी कलम की स्याही रूकती है अल्फाज थम जाते हैं जो भी होता है कम्बख्त तबाही कर देता मन मस्तिष्क में जैसे एक तूफान पूरी मेहनत को बर्बाद कर देता है
खैर पता वो जो पुरानी माशूका थी हमारी अब वो किसी बड़े पद सरकारी नौकरी पा ली है पर हम तो रहे वहीं घुमुकड प्रजाति वाले नमूने
तुम सब जानते हो
पता पहले हमको भी लगता था लड़की छोड़ देती है तब ज्यादा दुख दर्द होता है पर तुम्हारे जाने के बाद अहसास जब जिगरी दोस्त छोड़ जाता है तो उस घाव का कोई इलाज किसी दवाखाने में नहीं होता है
तुम शायद ज्यादा महसूस कर सकते हो, एक बात और कभी दिख जाना भाई जी भर के बात करनी है कसम से हम बिल्कुल नहीं डरेगे, दोस्तो से भरे भला कोई डरता है क्या बोलो आज के लिए इतना काफी है बाकी अगली चिठ्ठी में आगे की चर्चा करेगें जहाँ रहो खुश रहो गदर काटते रहो
दिल से यही दुआ है
#loveubhaiko
#amliphilosphy
#missyoubrother

Comments

  1. Bhut Shaandar mere bhai amli......apna bhai hmesa apne dil me h or hmesa rhega yr.......!

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    Replies
    1. Bhut bdhiya likhe hain ap......
      May shiv ji bless you n your all brotherhood ...

      Delete

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